इस वेबसाइट पर विश्व और देश की जानकारी हिंदी मे प्राप्त हो सकती है और यदि आपको कोई भी जानकारी हिंदी भाषा मे चाहिए तो आप हमे नीचे कमेंट कर सकते है। वेबसाइट पर सभी जानकारी इंटरनेट,किताबो अथवा समाचार आदि के स्त्रोतो से ली जाती है।
बुधवार, 26 फ़रवरी 2020
< iframe > टॅग(tag) के बारे मे जानकारी हिंदी मे(IN HINDI)
< hr >,< img > टॅग(tag) के बारे जानकारी हिंदी मे(IN HINDI)
< hr >,< img > टॅग के बारे जानकारी
,
:-
hr टॅग का उपयोग हम वेबसाइट मे एक आडी रेखा बनाने के काम आती या यह टॅग लिखने के बाद वेबसाइट मे एक आडी रेखा बन जाती है। img टॅग का उपयोग वेबसाइट फोटो डालते अथवा लगाते है यह टॅग एक एम्प्टी टॅग यानी की इसे कोई बंद करनेवाला टॅग नही है और hr का भी वही प्रकार है। आप img टॅग लिखकर उसमे src="" एट्रिब्युट लिखकर उसमे फोटो का युआरएल डाल दे और उस फोटो का आकार भी तय कर सकते है width="" और height="" एट्रिब्युट का उपयोग करके। हम आपको इन दोनो का कोड नीचे दे रहे है आप उसे नीचे दिए गए HTML EDITOR मे रन करके देखे।
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< header >, < footer > टॅग(tag) के बारे मे जानकारी(IN HINDI)
< header >, < footer > टॅग के बारे मे जानकारी
__ , :-
header टॅग के वेबसाइट बनाने के लिए बहुत ही आवश्यक होता है हम आपको इसका उदाहरण एक फोटो देकर समझाएंगे की यह कैसे काम करता है। वेबसाइट को तीन हिस्सो मे बांटा जाता है या तीन प्रमुख हिस्सो को अलग-अलग कोड करते है और वह तीन सबसे पहला ऊपरी हिस्सा होता है जिसे हेडर(header) कहते है और बीच के हिस्से को मिडल(middle) कहते है तथा नीचेवाले हिस्से को फुटर(footer) कहते है। header यह किसी वेबसाइट के ऊपर का हिस्सा बनाने के काम आता है जिसमे आप वेबसाइट का लोगो यानी कि चिन्ह और अलग-अलग क्षेत्र के विषयो के बारे मे आप बताते है जैसे की आप कभी किसी समाचार पत्र की वेबसाइट यानी की न्युज वेबसाइट(news website) पर गए होंगे तो आप वहाँ देखे की कैसे ऊपर उनका चिन्ह(logo) और विषयो के बारे मे लिखा होता है जहाँ आप क्लिक करके सीधे आप उस विषय के बारे मे और जान सकते है आप इसे बनाने के लिए header tag के अंदर सभी कोड करे। footer यह वेबसाइट के नीचेवाला हिस्सा बनाने के काम आता है जहाँ आप अपने वेबसाइट के बारे मे जानकारी और वेबसाइट के असली होने का प्रमाण देते है इसे बनाने के लिए आप footer टॅग लिखकर उसके अंदर सभी कोड करे। आप नीचे दिया गया फोटो देखे।

आप बीच के हिस्से को कोड करने के लिए सीधे कोड करना शुरु करे इसके लिए कोई विशेष टॅग(special tag) नही है। इसका प्रभाव शुरुआत मे नही होता लेकीन आप जैसे-जैसे कोड करेंगे वैसे-वैसे इसका प्रभाव होगा। यह अधिकतर वेबसाइट का थेम(theme) बनाने के काम आता है। आप नीचे दिए गए कोड को नीचे दिए गए HTML EDITOR मे रन करके देखे।
direct write code here

आप बीच के हिस्से को कोड करने के लिए सीधे कोड करना शुरु करे इसके लिए कोई विशेष टॅग(special tag) नही है। इसका प्रभाव शुरुआत मे नही होता लेकीन आप जैसे-जैसे कोड करेंगे वैसे-वैसे इसका प्रभाव होगा। यह अधिकतर वेबसाइट का थेम(theme) बनाने के काम आता है। आप नीचे दिए गए कोड को नीचे दिए गए HTML EDITOR मे रन करके देखे।
< legend >,< form>,< input >,< button >,< center > टॅग(tag) के बारे मे जानकारी हिंदी मे( IN HINDI)
< legend >,< form>,< input >,< button >,< center > टॅग के बारे मे जानकारी
, , :-
form टॅग़ का उपयोग कोई भी और किसी तरह का फॉर्म बनाने के लिए किया जाता है जैसे की लॉगिन फॉर्म, एडमिशन फॉर्म आदि इस प्रकार के फॉर्म बनाने के लिए किया जाता है जिसे आप वेबसाइट पर डाल सकते है यह टॅग सर्वर को यह बताता है की यहाँ से फॉर्म शुरु हो रहा है। legend का उपयोग एक प्रकार से फॉर्म के लिए ही किया जाता है यह फॉर्म के शीर्षक के काम आता है और यह लगाने से अच्छा प्रभाव भी पडता है। input टॅग का कार्य यह होता है की जानकारी को इकट्ठा करना यह दर्शकी जानकारी प्राप्त करने मे सहायता करता है। इसका कोड आपको नीचे दिया गया है आप उसे नीचे दिए गए HTML EDITOR मे यह कोड लिखकर रन करे। यदि आपको युजर से सिर्फ कोई जानकारी गिनती यानी नम्बर मे चाहिए तो ति आप type="" मे numbar शब्द का उपयोग करे। आप फॉर्म का निर्माण करते समय fieldset टॅग का उपयोग करे यह बहुत आवश्य्क है।
,__ :-
इसका उपयोग बटन बनाने मे किया जाता है जिससे वेबसाइट पर एक अलग प्रभाव पडता है। वेबसाइट मे बटन बनाना बहुत आसान होता है बस आपको यह टॅग लिखकर उसमे आप कुछ भी लिख सकते है और आपने जो लिखा है उस नाम का बटन बन जाएगा और आपको उसे किसी वेबसाइट को जोडना यानी की लिंक करना है तो आप बटन टॅग मे < a > टॅग़ का उपयोग करे। center टॅग का उपयोग करने से आपका बटन स्क्रीन के बीच मे आ जाएगा। आप इस टॅग़ को जिसके भी बाहर लगाएंगे वह एकदम बीच मे आ जाएगा अथवा आप जिसे चाहे उसे इस टॅग से बीच मे ला सकते है। इसका कोड नीचे दिया गया है आप उसे नीच्र दिए गए HTML EDITOR मे रन करके देखे।
< ul >,< li >,< ol >,< il > टॅग(tag) के बारे मे जानकारी हिंदी मे (IN HINDI)
< ul >,< li >,< ol >,< il > टॅग के बारे मे जानकारी
__
, __ :-
ul का अर्थ है अनऑडरेड लिस्ट(unorderd list) और li का अर्थ है लिस्ट। आप इसकी सहायता से कोई भी लिस्ट यानी की सूची बना सकते है जिसे आप सूची क्रमांक नही दे सकते। आपको यह सूची बनाने के लिए < ul > टॅग को लिखकर उसके अंदर < li > टॅग(tag) लिखे और इस टॅग अंदर आप सूची का नाम लिखे। हम आपको इसका कोड नीचे दे रहे है आप उसे नीचे दिए गए HTML EDITOR मे रन करके देखे।
three fruit name.
- mango
- apple
- banana
__
, __ :-
इससे भी हम सुची बना सकते है इसमे ol का अर्थ है ऑडरेड लिस्ट(orderd list), इसे भी ऊपर दिए गए कोड की तरह लिखना है बस अंतर इतना है की इसमे सभी के नाम के आगे क्रमांक आ जाएगा जैसे 1234, abcd, ABCD इस प्रकार और भी है। अगर आप अलग-अलग क्रमांक दर्शाना चाहते है तो आप type="a", type="1" इस प्रकार लिखे आप इसमे बडा A और रोमन शब्द का उपयोग भी कर सकते है।
three fruit name.
- mango
- apple
- banana
- __
- three fruit name.
- mango
- apple
- banana
- __
- three fruit name.
- mango
- apple
- banana
< font >,< text >,< b >,< blockquote > और < br > (tag) के बारे मे जानकारी हिंदी मे(IN HINDI)
< font >,< text >,< b >,< blockquote > और < br > (tag) के बारे मे जानकारी
1) __,__ ,__
:-
< text > का उपयोग हम जब कोई भी वाक्य लिखते है तो उसके लिए करते है और यदि हमे उसे वाक्य मे स्थित बहुत-से अक्षरो को यदि कलर या कुछ और सजावट या आदि कुछ करने के लिए < font > का उपयोग करते है। < b > का उपयोग किसी अक्षर को मोटा दिखाने के लिए करते है ऐसा एक और टॅग है जिसे < strong > कहते यह भी अक्षरो को मोटा दिखाने के लिए उपयोग किया जाता है। < blockquote > का उपयोग इसलिए करते है जैसे की आप अपने वेबसाइट पर कोई लेख लिख रहे हो और उसमे से कुछ वाक्य आपने कही और जगह से लिया है तो आप उस वाक्य या परिच्छेद के लिए < blockquote > का उपयोग करेंगे और आप जिस वाक्य या परिच्छेद पर यह टॅग लगाएंगे वह थोडा-सा पीछे की तरफ हो जाएगा। < br > यह दो वाक्यो या परिच्छेद को काटने या उनके बीच दुरी बनाता है अथवा वाक्यो को एक के नीचे एक करता है। हम आपको इन सभी का कोड नीचे दे रहे है आप उसे नीचे दिए HTML EDITOR मे रन करे इससे आप और अच्छे से समझेंगे और सीखेंगे।
India is Great and
Powerfull
country.
India's democracy is biggest democracy
in the world.
__:-
India's democracy is biggest democracy in the world.
< table >,< tr >, < td > टॅग(tag) के बारे मे हिंदी मे जानकारी (IN HINDI)
< table >,< tr >, < td > टॅग के बारे मे हिंदी मे जानकारी
__
,_ ,_ :-
यह तीनो टॅग मिलकर तालिका यानी की टेबल का निर्माण करते है जिसमे < table > टॅग सबसे पहले लगाया जाता है ताकी सर्वर को यह पता चले की यहाँ से तालिका निर्माण हो रहा है या यहाँ से तालिका शुरु हो रही है और इसमे < tr > लगाने से इसमे आडी रेखा बनती है और < td > लगाने से खडी रेखा बनती है और आप इन दोनो टॅग को जितना लगाएंगे उस तालिका मे उतना रेखाए खीच जाएंगी। आप इसमे एट्रिब्युट लगा सकते है। हम आपको इसका कोड नीचे दे रहे है और आप उस कोड को नीचे दिए गए HTML EDITOR मे लिखकर रन करे।
NAME
--
CLASS
--
ADDRESS
--
NAME | -- |
CLASS | -- |
ADDRESS | -- |
< h1 > से < h6 > टॅग(tag) के बारे मे जानकारी हिंदी मे (IN HINDI)
< h1 > से < h6 > टॅग के बारे मे जानकारी
__
, __
:-
यह टॅग अक्षरो का आकार तय करता है इसमे छह स्तर है जिसमे < h1 > यह सबसे बडा अक्षर है और फिर उसके बाद < h2 > होता है यह उससे छोटा होता है फिर उससे छोटा < h3 >, < h4 >, < h5 >, < h6 > होता है। यह बस < h6 > तक ही होता है और यह अंतिम टॅग होता है। इसे किस प्रकार लिखा जाता है उसका कोड हमने नीचे दिया है और आप उस कोड को नीचे दिए गए HTML EDITOR पर लिखकर रन करे और परिणाम देखे।
CODE :-
knowledgeinmaatrabhasha is hindi website
knowledgeinmaatrabhasha is hindi website
knowledgeinmaatrabhasha is hindi website
knowledgeinmaatrabhasha is hindi website
knowledgeinmaatrabhasha is hindi website
knowledgeinmaatrabhasha is hindi website
__
,__
:-knowledgeinmaatrabhasha is hindi website
knowledgeinmaatrabhasha is hindi website
knowledgeinmaatrabhasha is hindi website
knowledgeinmaatrabhasha is hindi website
knowledgeinmaatrabhasha is hindi website
knowledgeinmaatrabhasha is hindi website
< audio > और < video > टॅग(tag) के बारे मे जानकारी हिंदी मे (IN HINDI)
< audio > और < video > टॅग(tag) के बारे मे जानकारी
:-
ऑडिओ(AUDIO) टॅग का उपयोग किसी भी संगीत को वेबसाइट पर डालने के लिए करते है और इसमे आप बटन भी लगा सकते है जैसे की प्ले बटन,पाउज बटन जिसे कंट्रोल्स(CONTROLS) कहते है और यदि आप इसमे कंट्रोल्स नही दिखाएंगे तो यह वेबसाइट पर दिखेगा ही नही इसलिए कंट्रोल्स(CONTROLS) लिखना बहुत आवश्यक है और आप उसकी जगह पर आप और भी एट्रिब्युट लगा सकते हो जैसे की loop,autoplay,muted,preload आदि। इसका कोड नीचे दिया गया है हमने यहाँ इसे लिखने के दो तरिके दिखाए है। नीचे HTML EDITOR दिया गया है आप वहाँ कोड को लिखकर रन करके देखे।
1)
2)
:-
यह विडिओ(VIDEO) फाईल को वेबसाइट पर लगाने के लिए उपयोग होता है इसमे भी वैसे ही कंट्रोल्स(CONTROLS) होते है जैसे की ऑडिओ मे और वैसे ही एट्रिब्युट होते है जैसे की ऑडिओ के होते है लेकिन इसमे और भी एट्रिब्युट होते है जैसे की height,width,poster आदि। इसका कोड नीचे दिया गया है इसे दो तरह से लिखा जा सकता है।
1)
2)
< article > और < p > टॅग(tag) के बारे जानकारी हिंदी मे (IN HINDI)
< article > और < p > टॅग के बारे जानकारी
__ __
:-
यह दोनो टॅग किसी वाक्य या परिच्छेद को लिखने के लिए किया जाता है आप इन दोनो को अलग अलग भी उपयोग कर सकते है। इसका कोड नीचे दिया गया है आप नीचे दिए गए कोड को HTML EDITOR मे रन करके देखे।
here you learn html in hindi language.
if you have doubt comment us on bottom.
__
:-here you learn html in hindi language.
if you have doubt comment us on bottom.
< address > TAG के बारे मे जाने IN HINDI (हिंदी मे)
< address > tag के बारे मे जानकारी
__ :-
यह टॅग पता लिखने के लिए उपयोग किया जाता है यह कैसे लिखा जाता है इसका कोड हम नीचे दिया गया है और आप इसे नीचे दिए गए HTML EDITOR पर रन कर सकते है।
TATA COMPANY LTD,
pune-satara road,
pune-46.
pune-satara road,
pune-46.
< abbr > और < acronym > टॅग के बारे जानकारी हिंदी मे(< abbr > and < acronym > tag details in hindi) - knowledge in maatrabhasha
< abbr > और < acronym > टॅग के बारे जानकारी हिंदी मे(< abbr > and < acronym > tag details in hindi)
1) __ and __ :-
यह टॅग तब उपयोग किया जाता है जब हमने कीसी वाक्य को शॉर्ट फॉर्म मे लिखा हो और हम चाहते है की यदि इसपर माउस को लाया जाए तो यह फुल फॉर्म मे दिखाई देगा।
हम आपको इसका कोड नीचे दिखा रहे है आप इस कोड को ब्राउजर मे रन करके देखे।
this website's short form is
kim .
ऊपर दिए हुए कोड को आप नीचे दिए गए HTML EDITOR लिखे या पेस्ट करे और रन करे।
हम आपको इसका कोड नीचे दिखा रहे है आप इस कोड को ब्राउजर मे रन करके देखे।
this website's short form is
kim .
HTML मे उपयोग होनेवाले < a > एलेमेंट के बारे मे जानकारी (Information on < a > Element Of HTML) - knowledge in maatrabhasha
HTML मे उपयोग होनेवाले < a > एलेमेंट के बारे मे जानकारी (Information on < a > Element/tag Of HTML)
आज हम आपको < a > एलेमेंट अथवा टॅग के बारे मे बतानेवाले है जैसे की वह क्या करता है और उसे कैसे उपयोग किया जाता है तो चलिए जानते है इस टॅग के बारे मे :-
1) __ :- यह एक शब्द को लिंक मे बदल देता है जैसे की आप कीसी वेबसाइट पर गए होंगे तो आपको कई बार यह लिखा हुआ दिखाई देता होगा कि यहाँ पर क्लिक करे और अगली पोस्ट पर या लेख पर जाए और आपके उस शब्द या स्थान को क्लिक करते ही आप दुसरी वेबसाइट या पोस्ट पर चले जाते है या आपको यह कहाँ जाता है की यहाँ दबाकर डाउनलोड करे वहाँ इसी टॅग का उपयोग किया गया होता है यह एक पुरा एलेमेंट होता है। इसमे href="" का उपयोग किया जाता है यह एक एट्रिब्युट है जिसे इस टॅग मे लगाया जाता है और उसमे वेबसाइट या किसी अन्य युआरएल को डाला जाता है और उसके बाद टॅग को बंद करके कुछ भी लिखा जाता है या लिख सकते है और आप जो लिखते वह दर्शको को दिखाई देता है और जब आप उसे क्लिक करते है तो सर्वर आपको उस वेबसाइट के लिंक पर भेज देता है। हम आपको इसका एक कोड दिखाते है की यह किया जाता है यह आसान होता है।
आप इसे नोटपॅड या किसी अन्य इडीटर मे इस कोड को रन करके देखे।
इसमे और भी एट्रिब्युट होते है वह आपके लिए बहुत ही फायदेमंद होते है जैसे की href="" होता है वैसे ही src="" होता है आप इसे भी उपयोग कर सकते है। इसमे आप target="" का उपयोग कर सकते है। target="" के पांच वाल्यु या मुल्य होते है इसके आलावा आप इसमे कुछ भी लिख देंगे तो भी यह कार्य नही करेगा वह पांच इस प्रकार है :-
_self
अगर आप इसे लिखते है तो सर्वर दिया हुआ लिंक उसी पेज पर लोड करेगा
_blank
यह आपके दिए लिंक को दुसरे पेज या विंडो पर जाकर खुलेगा
_parent
इसे लगाते है तो यह अपने से जुडे फ्रेम के खुलेगा
_top
इसे लगाते है तो यह उपर के पेज या विंडो पर खुलेगा
framename
अगर इसे लगाते है तो यह आपके द्वारा लिंक किए गए डॉक्युमेंट या फ्रेम मे आपके दिए नाम पर खुलेगा
आप नीचे दिए हुए HTML EDITOR मे यह कोड रन करके देखे।
इसमे और भी एट्रिब्युट होते है वह आपके लिए बहुत ही फायदेमंद होते है जैसे की href="" होता है वैसे ही src="" होता है आप इसे भी उपयोग कर सकते है। इसमे आप target="" का उपयोग कर सकते है। target="" के पांच वाल्यु या मुल्य होते है इसके आलावा आप इसमे कुछ भी लिख देंगे तो भी यह कार्य नही करेगा वह पांच इस प्रकार है :-
आप नीचे दिए हुए HTML EDITOR मे यह कोड रन करके देखे।
डिव,क्लास और आईडी क्या है HTML मे (WHAT IS DIV,CLASS AND ID ATTRIBUTE IN HTML) -knowledge in maatrabhasha
डीव,क्लास और आईडी क्या है HTML मे (What is class and id attribute in HTML)
1) div :- यह HTML मे बहुत आवश्य्क टॅग(tag) है इसे हम सभी जगह पर उपयोग कर सकते है। इसे लगाने से वेबसाइट पर एक जगह बन जाती है जैसे की आपके पास कोई जमीन है और आप उसे टुकडो मे विभाजित करना चाहते हो तो आप बीच मे एक रेखा यानी कि लाईन खीच दोगे जिससे वह दो हिस्सो मे बट जाएगा और यदि आप उन दोनो हिस्सो मे रेखा खिचेंगे तो उसमे और हिस्से हो जाएंगे और आप उन हिस्सो मे अपना कुछ भी बना या निर्माण कर सकते हो ठिक वैसा ही कार्य डिव टॅग(div tag) करता बस अंतर इतना है की इसे आपको वेबसाइट पर करना हो तो उपयोग करते हो । हम आपको इसका उदाहरण एक फोटो देकर दिखाएंगे।
आपने देखा की डिव(div) का क्या करता है। अगर भविष्य मे यदि आपको इनमे बदलाव करना है तो यह बहुत उपयोगी साबित होते है जैसे यदि आप इन वाक्यो के पीछे के जगह को रंग दे सकते है अब आप सोच रहे होंगे की कैसे यह होगा तो हम आपको बता देते है की ऐसा कुछ एट्रिब्युट से कर सकते है जैसे की पीछे की जगह का रंग बदलनेवाला एट्रिब्युट(attribute) जिसे अंग्रेजी मे background-color एट्रिब्युट(attribute) कहते है और हम इसका ही उपयोग करेंगे इसे bgcolor भी लिख सकते है लेकिन कही-कही आपको पुरा नाम भी लिखना पड्ता है यह रंग(colour) देना आकर्षक बनाना यह सीएसएस(css) का हिस्सा है यह HTML मे उपयोग नही किया जाता लेकिन फिर भी हम आपको यह बताएंगे क्योंकी कोई भी वेबसाइट सिर्फ HTML से नही बनाई जा सकती है। हम आपको इसका उदाहरण एक और फोटो द्वारा देंगे।
जैसा की आप देख रहे होंगे की कैसे पीछे की जगह को रंग किया जाता है इसमे आप समझ गए होंगे की कैसे डिव टॅग(div tag) उपयोगी होता है इसका उपयोग आप समूह को बनाने के लिए करे क्योंकी यह बहुत ही आवश्य्क और सीएसएस(css) के लिए यह बहुत उपयोगी होता है अथवा इसका उपयोग करने से आपका वेबसाइट इंटरनेट(internet) पर बहुत जल्दी खुलेगा क्योंकी ब्राउजर(browser) को एक साथ सारी चीजे यानी की कोड(code) को रिड(read) करके दिखाने मे समय लगता है इससे आपकी वेबसाइट तेज होगी।
2) class :- यह एक एट्रिब्युट(attribute) है जिसे सीएसएस(css) मे उपयोग किया जाता है और इसे आप बहुत सारे एलेमेंट(element) को एक साथ सभी मे एक जैसा व्यवहार कराया जाता है। उदाहरण के लिए जैसे किसी पाठशाला मे बहुत सारे विद्याथी होते है जिन्हे अलग-अलग शिक्षा दी जाती है वर्ष और शिक्षा के हिसाब से और उन्हे अलग-अलग नामो से अलग-अलग
किया जाता है जैसे पहली कक्षा,दुसरी,तीसरी और चौथी कक्षा और यदि उस पाठशाला के प्रधानाचार्य को पहली के छात्रो को छुट्टी देना है तो वह पहली कक्षा का नाम लेंगे और पहली कक्षा मे जितने भी छात्र होंगे उनकी छुट्टी कर दी जाएगी ठिक वैसे ही इसका कार्य होता है यदि आपने बहुत सारी कोडिंग(coding) की है वेबसाइट के लिए और आपको वेबसाइट मे बदलाव करना है और आप चाहते हो की कुछ ही कोडिंग(coding) मे बदलाव हो तो ऐसे मे क्लास(class) इस एट्रिब्युट(attribute) उपयोग किया जाता है इसे आपको डिव टॅग के अंदर क्लास(class) लिखकर उसका कोई मुल्य दे दे और इसे आप बाद मे स्टाईल टॅग(style tag) को हेड टॅग(head tag) के अंदर टाईप(type) करना है और उसमे क्लास(class) का नाम लिखकर उसी के पास मे कोष्ट्क(bracket) बनाकर उसमे लिखना होता है और वह कोड आपने जिस-जिस कोड मे वह क्लास और उसका मुल्य होगा उसमे बदलाव हो जाएगा इससे समय और मेहनत बचती है और ज्यादा कोड नही करना पडता है एक बार लिखने के बाद सभी पर एक साथ प्रभाव होता है।
इस कोड को आप देखकर समझ ही गए होंगे की कैसे क्लास टॅग का उपयोग किया जाता है और अब इसे रन करने के बाद कुछ ऐसा परिणाम आता है।
3) id :- आईडी(id) का उपयोग भी क्लास(class) की तरह ही है अब हम आपको उदाहरण द्वारा समझाते है जैसे की आपने पाठशाला का उदाहरण देखा होगा अब उसे ही यहाँ आगे बढा रहे है प्रधानाचार्य ने पहली कक्षा के छात्रो को छुट्टी दे दी लेकिन अब प्रधानाचार्य उस कक्षा से एक छात्र को छुट्टी नही दे रहे है तो प्रधानाचार्य को यह बात उस छात्र हो कहनी है तो वह कैसे कहेंगे प्राधानाचार्य उस कक्षा मे स्थित उस छात्र का नाम लेंगे और कहेंगे ठिक वैसे ही आईडी(id) का कार्य होता है इसे वैसे ही लिखा जाता है जैसे क्लास(class) को लिखा जाता है इसे स्टाईल टॅग(style tag) मे दर्शाने के लिए # इस चिन्ह का उपयोग करते है। उदाहरण के लिए फोटो देखे।
इस प्रकार आईडी टॅग(id tag) का उपयोग किया जाता है आप आईडी(id) मे कुछ भी नाम दे सकते है कोई विशेष नाम नही दिया जाता है इसमे कुछ भी नाम दे सकते है और क्लास(class) मे भी इसी प्रकार होता है। हम इस कोड का परिणाम(result) दिखा देते है।
इसी प्रकार इनका उपयोग होता है और यह बहुत जरुरी विषय है HTML मे।
आपने देखा की डिव(div) का क्या करता है। अगर भविष्य मे यदि आपको इनमे बदलाव करना है तो यह बहुत उपयोगी साबित होते है जैसे यदि आप इन वाक्यो के पीछे के जगह को रंग दे सकते है अब आप सोच रहे होंगे की कैसे यह होगा तो हम आपको बता देते है की ऐसा कुछ एट्रिब्युट से कर सकते है जैसे की पीछे की जगह का रंग बदलनेवाला एट्रिब्युट(attribute) जिसे अंग्रेजी मे background-color एट्रिब्युट(attribute) कहते है और हम इसका ही उपयोग करेंगे इसे bgcolor भी लिख सकते है लेकिन कही-कही आपको पुरा नाम भी लिखना पड्ता है यह रंग(colour) देना आकर्षक बनाना यह सीएसएस(css) का हिस्सा है यह HTML मे उपयोग नही किया जाता लेकिन फिर भी हम आपको यह बताएंगे क्योंकी कोई भी वेबसाइट सिर्फ HTML से नही बनाई जा सकती है। हम आपको इसका उदाहरण एक और फोटो द्वारा देंगे।
जैसा की आप देख रहे होंगे की कैसे पीछे की जगह को रंग किया जाता है इसमे आप समझ गए होंगे की कैसे डिव टॅग(div tag) उपयोगी होता है इसका उपयोग आप समूह को बनाने के लिए करे क्योंकी यह बहुत ही आवश्य्क और सीएसएस(css) के लिए यह बहुत उपयोगी होता है अथवा इसका उपयोग करने से आपका वेबसाइट इंटरनेट(internet) पर बहुत जल्दी खुलेगा क्योंकी ब्राउजर(browser) को एक साथ सारी चीजे यानी की कोड(code) को रिड(read) करके दिखाने मे समय लगता है इससे आपकी वेबसाइट तेज होगी।
2) class :- यह एक एट्रिब्युट(attribute) है जिसे सीएसएस(css) मे उपयोग किया जाता है और इसे आप बहुत सारे एलेमेंट(element) को एक साथ सभी मे एक जैसा व्यवहार कराया जाता है। उदाहरण के लिए जैसे किसी पाठशाला मे बहुत सारे विद्याथी होते है जिन्हे अलग-अलग शिक्षा दी जाती है वर्ष और शिक्षा के हिसाब से और उन्हे अलग-अलग नामो से अलग-अलग किया जाता है जैसे पहली कक्षा,दुसरी,तीसरी और चौथी कक्षा और यदि उस पाठशाला के प्रधानाचार्य को पहली के छात्रो को छुट्टी देना है तो वह पहली कक्षा का नाम लेंगे और पहली कक्षा मे जितने भी छात्र होंगे उनकी छुट्टी कर दी जाएगी ठिक वैसे ही इसका कार्य होता है यदि आपने बहुत सारी कोडिंग(coding) की है वेबसाइट के लिए और आपको वेबसाइट मे बदलाव करना है और आप चाहते हो की कुछ ही कोडिंग(coding) मे बदलाव हो तो ऐसे मे क्लास(class) इस एट्रिब्युट(attribute) उपयोग किया जाता है इसे आपको डिव टॅग के अंदर क्लास(class) लिखकर उसका कोई मुल्य दे दे और इसे आप बाद मे स्टाईल टॅग(style tag) को हेड टॅग(head tag) के अंदर टाईप(type) करना है और उसमे क्लास(class) का नाम लिखकर उसी के पास मे कोष्ट्क(bracket) बनाकर उसमे लिखना होता है और वह कोड आपने जिस-जिस कोड मे वह क्लास और उसका मुल्य होगा उसमे बदलाव हो जाएगा इससे समय और मेहनत बचती है और ज्यादा कोड नही करना पडता है एक बार लिखने के बाद सभी पर एक साथ प्रभाव होता है।
इस कोड को आप देखकर समझ ही गए होंगे की कैसे क्लास टॅग का उपयोग किया जाता है और अब इसे रन करने के बाद कुछ ऐसा परिणाम आता है।
3) id :- आईडी(id) का उपयोग भी क्लास(class) की तरह ही है अब हम आपको उदाहरण द्वारा समझाते है जैसे की आपने पाठशाला का उदाहरण देखा होगा अब उसे ही यहाँ आगे बढा रहे है प्रधानाचार्य ने पहली कक्षा के छात्रो को छुट्टी दे दी लेकिन अब प्रधानाचार्य उस कक्षा से एक छात्र को छुट्टी नही दे रहे है तो प्रधानाचार्य को यह बात उस छात्र हो कहनी है तो वह कैसे कहेंगे प्राधानाचार्य उस कक्षा मे स्थित उस छात्र का नाम लेंगे और कहेंगे ठिक वैसे ही आईडी(id) का कार्य होता है इसे वैसे ही लिखा जाता है जैसे क्लास(class) को लिखा जाता है इसे स्टाईल टॅग(style tag) मे दर्शाने के लिए # इस चिन्ह का उपयोग करते है। उदाहरण के लिए फोटो देखे।
इस प्रकार आईडी टॅग(id tag) का उपयोग किया जाता है आप आईडी(id) मे कुछ भी नाम दे सकते है कोई विशेष नाम नही दिया जाता है इसमे कुछ भी नाम दे सकते है और क्लास(class) मे भी इसी प्रकार होता है। हम इस कोड का परिणाम(result) दिखा देते है।
इसी प्रकार इनका उपयोग होता है और यह बहुत जरुरी विषय है HTML मे।
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